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हमारा चेहरा रौशनी से चमके और हमारे दिल पाक हो !
यह सुह्बह जो की सामान्य और नेक सलाहों से युक्त है, मौलाना ने विश्वविद्यालय की शिक्षा, विद्यालयों में लड़के-लड़कियों का स्वतंत्र रूप से मिलना, जल्द निकाह करने के लाभ, साथ ही साथ एक अच्छी गृहिणी बनने के लाभों को रेखांकित किया है. उन्होंने रात्रि में सुरक्षा से सम्बंधित विस्तृत दिशा-निर्देश दिए है, इसके साथ इस्ताम्बुल के नागरिकों को भी विशेष सलाह प्रदान किया है. मौलाना उपस्थित लोगों को सिखलाते है, एक शक्तिशाली दुआ, जिसे कभी भी अस्वीकृत नहीं किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप हमारा चेहरा रोशनी से आलोकित हो उठेगा, हमारे दिल पाक हो जायेंगे, और दिव्य सत्ता की उपस्थिति में आपको सम्मान प्राप्त होगा. Continue reading
Posted in 2011 @hi, Suhbah @hi
Tagged चेहरा, तलाक, दिलों, दुआ, निकाह, नौकरियां, बिस्मिलाह, भण्डारण करना, मदद, मरमर, रात, सहयोग, स्वतंत्र रूप से मिलना, हाफिज (सुरक्षा करने वाले), विद्यालय, विश्वविद्यालय, गृहिणीयां, इस्ताम्बुल, काला सागर, कौशल, अनातोलिया, अयातुल कुर्सी
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